The best Side of piles treatment in bangalore
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योग, प्राणायाम या हल्की शारीरिक गतिविधि अपनाएँ।
भारत में पाइल्स सर्जरी की लागत कई कारकों के आधार पर अलग-अलग हो सकती है, जिसमें सर्जरी के प्रकार, अस्पताल या क्लिनिक जहां प्रक्रिया की जाती है, और स्थान शामिल है। यहां विभिन्न प्रकार की पाइल्स सर्जरी की लागत को दर्शाने वाली तालिका दी गई है:
अनियमित जीवनशैली: अधिक देर तक बैठने, व्यायाम न करने और गलत खानपान के कारण बवासीर हो सकता है।
भारी सामान उठाने से बचें : भारी सामान उठाने से भी गुदा और मलाशय के आसपास की नसों पर दबाव पड़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है। उचित तकनीक का प्रयोग करें और बहुत भारी वस्तुओं को उठाने से बचें।
बैठने या चलने में अधिक परेशानी नहीं होती।
चाहें तो इसमें थोड़ा एप्सम सॉल्ट भी मिला सकते हैं.
शुरुआती अवस्था में बवासीर का इलाज आहार सुधार, नियमित व्यायाम और घरेलू उपायों द्वारा किया जा सकता है।
रात में सोने से पहले एक चम्मच अरंडी का तेल गर्म पानी के साथ लें। यह कब्ज को दूर करता है और मल त्याग को आसान बनाता है।
फाइबर से स्टूल सॉफ्ट रहता है और कब्ज नहीं होता.
गर्भावस्था: गर्भवती महिलाओं में बवासीर होने का अधिक खतरा रहता है। दरअसल प्रेगनेंसी के दौरान गर्भाशय फैलता है। इसके कारण कोलन में वेइन पर दबाव पड़ने से यह सूज जाता है, जो बवासीर का कारण बनता है।
सामान्य तौर पर, पढ़ने सहित, कमोड पर अत्यधिक समय व्यतीत करने को हतोत्साहित किया जाना चाहिए।
नींबू और अदरक का रस समान मात्रा में मिलाएं। इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। यह आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
मल त्यागने के बाद मस्से अपने से ही अन्दर चले जाते हैं। गंभीर अवस्था में यह हाथ से दबाने पर भी अन्दर नहीं जाते। इस तरह more info के बवासीर का तुरंत उपचार कराएं।
बवासीर को जड़ से खत्म कैसे किया जाता है?